बुधवार, 24 दिसंबर 2014

नए साल में नए जोश के साथ शुरू होगा मीडिया साक्षरता कार्यक्रम ...

कानपुर२४:दिसंबर :-कानपुर  में मीडिया साक्षरता को नई दिशा और नई सोच के साथ नए साल में नए जोश के साथ मीडिया साक्षरता कार्यक्रम को आरम्भ किया जायेगा / जिसमे मलिन बस्ती के बच्चो को मीडिया के प्रभाव उनसे होने वाले फायदे और नुकसान समाज पर मीडिया का बहुआयामी प्रभाव जैसे विषयों के साथ शुरू किया जायेगा /  

साथ में छुपी हुई प्रतिभाव को उनके प्रतिभा के अनुरूप उनको मौका दिया जायेगा साथ में ही उनकी प्रतिभा को समाज के सामने इन्टरनेट और संचार पत्र जिसका संपादन और लेखन भी उन्ही बच्चो की जिमेदारी होगी के साथ किया जायेगा /

मीडिया साक्षरता जागरूकता कार्यक्रम कानपूर से आरंभ

कानपुर :- मीडिया साक्षरता के लिए बच्चो को जागरूक करने के लिए गुरु रबिन्द्र नाथ टैगोर फौन्डेशन दिल्ली के सहयोग से कानपुर में निःशुल्क एक माह का मीडिया और संचार साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन कानपुर में किया गया ,जिसमे मीडिया का समाज और बच्चो पर प्रभाव और मीडिया क्या है का परिचय आदि विषयो की जानकारी बच्चो को दी गई /










कैम्प का के प्रथम दिन मीडिया क्या है विषय पर छात्रों को बताया गया /
 छात्र छात्राओ को मीडिया के वास्तविक स्वरुप के बारे में जानकर बड़ा ही आश्चर्य हुआ / मीडिया और दर्शक के बीच में काल्पनिकता और वास्तविकता के बीच में क्या अंतर विषय में भी बच्चो को बताया गया/

शनिवार, 30 अगस्त 2014

क्या है मीडिया साक्षरता कार्यक्रम ?



क्या है मीडिया साक्षरता कार्यक्रम ?
मीडिया साक्षरता कार्यक्रम समाज में बढती संचार व्यवस्था की मांग को व  छात्रों  को मीडिया के प्रति रूचि का सही इस्तेमाल करना / जिससे की उनके आस पास हो रही सभी प्रकार की गति विधियों व सरकार द्वारा चलाई  जा रही महतवपूर्ण योजनाओ के बारे में जानकारी हो सके/ वर्त्तमान समय में जिस प्रकार से संचार क्रांति का बाज़ार बड रहा है उतने ही तेज़ी से इन माध्यमो के द्वारा व इन माध्यमो के लिए लोगो को गलत जानकारिया  देकर धोखा दिया जा रहा है / मीडिया साक्षरता कार्यक्रम का कोर्से खासकर स्कूली बच्चो को ध्यान में रख कर बनया गया है /
देश में मीडिया एजुकेशन के लिए वर्षा २००३ में गाँधी स्मृति और दर्शन समिति के द्वारा गाँधी मीडिया साक्षरता कार्यक्रम चालू किया गया / इस कार्यक्रम को देश के कुछ ही राज्यों में लागु किया जा सका जिनमे दिल्ली कर्नाटक चंडीगड़ और सोलन हिमांचल प्रदेश मुख्या थे / जिसका मुख्य उद्देश्य समाज में मीडिया के प्रभावों व दुष्प्रभावो के बारे में लोगो को जागरूक करना था / हम बिना किसी सरकारी मदद से इस कार्यक्रम उत्तर प्रदेश मीडिया साक्षरता कार्यक्रम की शुरुआत कानपूर से कर रहे है /
मीडिया साक्षरता का उद्देश्य यह नहीं है की हम छात्रो को उस क्षेत्र में रोज़गार सम्बन्धी जानकारी दे रहे है या उन्हे इस प्रकार की नौकरियों की संभावनो के बारे में बता रहे है / बल्कि इस समाज में मीडिया के उस भीमकाय स्वरुप को कम करना है व उनके अन्दर मीडिया के सही इस्तेमाल व उसके वास्तविक स्वरुप को पेश करना है / बच्चो के लिए विभिन्न संचार माध्यमो का उपयोग सीखना उतना ही जरुरी है जितना विभिन्न संचार माध्यमो से प्रसारित संदेशो को ग्रहण करने से पहले उनकी आलोचनात्मक समझ पैदा करना है /